- १२ लाख से भी अधिक तिब्बती मारे जा चुके है ।
- ६००० से भी अधिक धार्मिक एंव सांस्कृतिक संस्थान नष्ट किए जा चुके हैं ।
- हजारों तिब्बती मौलिक अधिकारों का प्रयोग करने के आरोप में जेलों में बन्द हैं ।
- तिब्बत के प्राकृतिक संसाधनों तथा कोमल पर्यावरण को बुरी तरह नष्ट कर दिया गया है ।
- यह एक प्रमाणिक तथ्य है कि तिब्बत को आणविक कचरा फेंकने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैं ।
- तिब्बत में तिब्बती लोगों की आबादी ; ६० लाखद्ध से अधिक चीनी लोगों की आबादी ;७५ लाखद्ध हो गई हैं ।
- तिब्बत जो कभी भारत और चीन के बीच का एक शांतिपूर्ण मध्यस्थ राज्य था एक व्यापक सैनिक अड्डे में बदल दिया गया हैं ।